Monday, August 11, 2014

गर्भावस्था के दौरान फायदेमंद है व्यायाम

  • गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करने से प्रसव में आसानी होती है।
  • व्यायाम को करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • गर्भावस्था में सप्ताह में तीन बार आधे घंटे तक व्यायाम करें।
  • गर्भवती स्त्री को थकाने वाले व्यायाम कभी नहीं करने चाहिए।

किसी भी स्त्री के जीवन में सेहत का सबसे अधिक महत्व गर्भावस्था व प्रसूति के समय होता है। मगर अक्सर गर्भवती महिलाओं को व्यायाम से बचने की सलाह दी जाती है। लेकिन, एक कई शोधों में पाया गया है कि गर्भवती महिलाओं के लिए व्यायाम करना उनकी और बच्चे दोनों की सेहत के लिहाज से फायदेमंद होता है।पूरी गर्भावस्था में हफ्ते में दो बार व्यायाम करना गर्भवती के लिये अच्छा है। हां गर्भावस्था में व्यायम का मतलब कमर तोड़ व्यायाम नहीं बल्कि टहलना, तैरना, योग और जलक्रीड़ा भी व्यायम का ही लाभ देते हैं। तो चलिये गर्भावस्था में व्यायाम के बार में विस्तार से जानें।

गर्भावस्था और व्यायाम पर शोध

गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करने से प्रसव में तो आसानी होती ही है, हृदय भी स्वस्थ रहता है। क्योंकि व्यायाम से रक्त वाहिनियां मजबूत होती हैं और इससे रक्त का संचार सुचारू ढ़ंगसे होता है। म्यूनिख स्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ एसोसिएशन की अध्यक्ष क्रिस्टिन एलब्रिंग इस विषय में कहती हैं कि, 'डाक्टर की सलाह लेकर गर्भवती महिलाएं व्यायाम कर सकती हैं।' वे कहती हैं कि दौड़ना, साइकिल चलाना, डांस करना और 20 डिग्री सेंटीग्रेट से अधिक तापमान वाले पानी में तैराकी गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदेह नहीं है।

विशेषज्ञों के मुताबिक जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान सप्ताह में तीन बार आधे घंटे तक व्यायाम करती हैं उन्हें प्रसव के समय ज्याद परेशानी और दर्द नहीं होते। विशेषज्ञों के अनुसार यदि व्यायाम या अन्य किसी वजह से गर्भवती महिलाओं को थकान, सिर दर्द, सांस लेने में परेशानी या कम दिखाई देने की समस्या हो  तो उन्हें तुरंत व्यायाम बंद कर देना चाहिए।  विशेषज्ञ कहते हैं कि व्यायाम हमेशा किसी योग्य प्रशिक्षक की देखरेख में ही करना चाहिए।

पीठ दर्द कम करने के लिए व्यायाम

गर्भावस्था के जौरान पीठ दर्द कम करने करने व अपने शरीर पर अतिरिक्त भार को संभालने के लिए आप योग कर सकती हैं। ऐसे में सांस संबंधी बेहद लाभदायक होते हैं। तैराकी भी गर्भावस्था के लिए एक अच्छा व्यायाम है।

तनाव कम करने के व्यायाम

आमतौर पर व्यायाम तनाव को कम करने और मूड सही रखने में बेहत कारगर होता है। हम सभी जानते हैं कि मूड में बदलाव होना गर्भावस्था के आम लक्षणों में से एक होता है। गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं में तनाव अधिक हो जाता है। ऐसे में नियमित रूप से व्यायाम करने से आप भावनात्मक रूप से बेहतर महसूस कर सकती हैं, और इससे तनाव काफी कम हो जाता है।


गर्भावस्था में व्यायाम करते समय सावधानियां

अगर आप रक्तस्राव, चक्कर, उक्त रक्तचाप, बच्चे की हलचल में कमी, ऐंठन, कमजोरी, जोड़ों में दर्द आदि में से कोई भी परेशानी अनुभव करें तो तुरन्त व्यायाम रोककर अपने फिजिशियन को दिखाएं। गर्भवती स्त्री को अत्यधिक थकाने वाले व्यायाम कभी नहीं करने चाहिए। थकान होने के पूर्व ही व्यायाम रोक देना चाहिए। हां हफ्ते में केवल तीन घण्टे व्यायाम कर आप गर्भावस्‍था व प्रसूति के बाद स्वस्थ रह सकती हैं। एक सही फिटनस प्रोग्राम अपनाकर आप इन बेहद महत्वपूर्ण नौ महीनों को फिट रहते हुए बिता सकती हैं और स्वस्थ रहते हुए एक तंदुरुस्त बच्चे को जन्म दे सकती हैं।

यदि गर्भावस्‍था बिना किसी परेशानी के चल रही हो तो कुछ हल्के व्यायाम मां एवं पैदा होने वाले शिशु के लिए लाभदायक हैं। लेकिन गर्भावस्था के दौरान किसी भी व्यायाम को करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। डॉक्टर से नियमित संपर्क में रहकर ही आपको व्या‍याम करना चाहिए।

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